चाँदनी की चाँद! 🌙

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न होती चाँदनी प्रेयसी चाँद की  चाँद बस पिंड भर रह जाता...  न लगता प्रित कवियों से इसका ! न प्रेमियों का संचार कर पाता !  न आती चाँदनी राधा बनके  ...

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